विघ्नहर्ता भगवान गणेश की सात दिन तक सेवा करने के बाद सोमवार को नम आंखों से विदाई दी गई। विधि विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद श्रद्धालु अबीर गुलाल उड़ाते हुए बैंडबाजों की धुन पर डाकपत्थर बैराज पहुंचे। जहां आरती के बाद भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। पूरा माहौल गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आना के जयकारों से गूंज उठा।
गणेश चतुर्थी के मौके पर ग्राम पंचायत उदियाबाग अंतर्गत दो जगहों पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की गई थी। सात दिन तक सेवा और पूजा अर्चना करने के बाद मंगलवार की दोपहर डेढ़ बजे गाजे बाजे के साथ भगवान गणेश की मूर्तियों की शोभा यात्रा डाकपत्थर के लिए रवाना हुई।
जगह-जगह लोगों ने भगवान गणेश के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने जमकर अबीर गुलाल खेला। विकासनगर बाजार में भी शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। डाकपत्थर बैराज में मूर्तियों को विसर्जित किया। इस दौरान पूरा माहौल गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आना के जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर प्रधान एडवोकेट प्रवीण कुमवार, संदीप कुमार, महेश कुमार, देवानंद पटेल, उर्मिला, गीता, शशी आदि मौजूद रहीं। आसन नदी में भी घरों में स्थापित की गई भगवान गणेश की मूर्तियों को प्रवाहित किया गया।
वहीं दूसरी ओर डाकपत्थर स्थित जेई क्लब में चल रहे गणेश महोत्सव के सातवें दिन सुबह भगवान गणेश का जलाभिषेक किया गया। लड्डू, मोदक और हलवे का भोग लगाया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने भगवान गणेश के दर्शन किए। शाम को विशेष आरती की गई। पूरा पंडाल भगवान गणेश के जयकारों से गुंजायमान रहा। श्री क्षेत्रपाल देवता शिव दुर्गा मंदिर भीमावाला में भी गणेश महोत्सव के तहत विशेष पूजा अर्चना की गई। पुजारी पंडित हिमांशु गौड़ ने पूजा-अर्चना की। इस मौके पर महंत विरेंद्र गौड़ भी मौजूद रहे।