श्रावण माह की शिवरात्रि के दौरान नीलकंठ महादेव मंदिर में 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। अब तक यहां 42 लाख से अधिक कांवड़ यात्री जलाभिषेक कर चुके हैं। शिवरात्रि के बाद कांवड़ यात्रियों की संख्या कम हो रही है।शुक्रवार को सावन की शिवरात्रि पर्व पर नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए रात्रि से ही भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर भोले के जयकारों से गूंजता रहा। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। सावन शिवरात्रि के संपन्न होते ही कांवड़ यात्रियों की संख्या में कम होने लगी है। जिससे शनिवार से यातायात व्यवस्था सामान्य होने की उम्मीद है।
सोमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में सावन की शिवरात्रि के अवसर पर मंदिर परिसर में बेलपत्र, रुद्राक्ष, कनेर, पीपल, आम व विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे। महंत रामेश्वर गिरी महाराज ने कहा कि बेल-पत्र व रुद्राक्ष महादेव को अति प्रिय हैं। इसलिए इन पौधों को रोपा गया। इस दौरान रमेश अरोड़ा, मदन शर्मा, सुरेंद्र गिरी, पुलिस कर्मी निधि लता चौहान, आशा उपाध्याय, शोभा बटोला, निर्मल कुमार, प्रमोद सिंह, जगदीश सिंह, कुलदीप कुमार, जगदीप कुमार मौजूद रहे।