बनखंडी स्थित वाल्मीकि बस्ती की 25 वर्षीय मोनिका कराटे के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर जलवा बिखेर रही हैं। वह राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुकी हैं। वर्तमान में उत्तराखंड कराटे एकेडमी की कोच हैं। बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए वह देहरादून, टिहरी समेत विभिन्न जिलों के स्कूलों में कराटे का प्रशिक्षण दे रही हैं।
मोनिका ने बताया कि बचपन से ही उसे कराटे को शौक रहा है। उन्होंने कोच राजेंद्र गुप्ता से कराटे का प्रशिक्षण लिया। कराटे में ब्लैक ब्लैट मोनिका राष्ट्रीय स्तर पर ओरंगाबाद, मथुरा, दिल्ली, आगरा आदि जगहों पर हुई प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर चुकी हैं। जिला और राष्ट्रीय स्तर पर वह 23 स्वर्ण, 29 रजत और 18 कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उनके पिता महेश कुमार नगर निगम से बतौर पर्यावरण मित्र सेवानिवृत्त हैं। मां अनीता भी नगर निगम में पर्यावरण मित्र हैं।
मोनिका ने बताया कि बालिकाओं के लिए आत्मसुरक्षा के लिए कराटे जरूरी हैं। छात्राओं को आत्मरक्षा में निपुण करने के लिए ऋषिकेश के अलावा अन्य जनपदों में प्रशिक्षण दे रही हैं। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।